फुटबॉल जगत के सबसे प्रसिद्ध और सम्मानित खिलाड़ी एडसन अरानटीस डो नैसीमेन्टो (पेले) का निधन : डेली करेंट अफेयर्स

मात्र 17 वर्ष की छोटी सी आयु में पहला विश्व कप खेला। गरीबी भी खेल की बाधा नहीं बन सकी। 27 साल के करियर में 767 गोल का अद्भुत रिकॉर्ड, हम बात कर रहे हैं 'ओ रे डू फुटबॉल' अर्थात फुटबॉल के शहंशाह पेले की। फुटबॉल जगत के सबसे प्रसिद्ध और सम्मानित खिलाड़ी पेले के प्रशंसकों के लिए ये दुखद समय है। 82 वर्षीय पेले कोलन कैंसर से जूझ रहे थे और बीते कुछ दिनों में उनकी हालत नाज़ुक बनी हुई थी। पेले को 29 नवंबर को साओ पाउलो के अल्बर्ट आइंस्टीन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उस वक्त उनकी हालत स्थिर हो गयी थी, जैसे इस फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल मैच का ही उन्हें इंतज़ार रहा हो। और फीफा वर्ल्ड कप के समाप्त होने के 15 दिनों के अंदर ही 'ओ रे डू फुटबॉल' ने अपने प्रशंसकों से 29 दिसंबर को अलविदा ले लिया। क़तर में चल रहे फीफा विश्व कप ने जहां सभी फुटबॉल प्रेमियों को जोश और उत्साह से भर दिया था वहीं पेले के निधन से समस्त खेल जगत शोकाकुल हो गया है।

महान फुटबॉलर पेले का वास्तविक नाम एडसन अरानटीस डो नैसीमेन्टो था। बचपन में 'वास्को डा गामा बिले' इनका पसंदीदा फुटबॉल खिलाड़ी था और उन्हीं के नाम पर इनके दोस्त बिले के गलत उच्चारण पेले नाम से बुलाने लगे और ये पेले नाम से मशहूर हो गए। पेले को अपने पिता से विरासत में फुटबॉल मिली थी क्योंकि इनके पिता डॉन डीन्हों भी फुटबॉल खिलाड़ी थे। इस महान खिलाड़ी का जन्म 23 अक्टूबर 1940 को ब्राज़ील के ट्रेस कारकोएस में हुआ था। पेले अपने माता-पिता की पहली संतान थे। घर में गरीबी थी जिस वजह से छोटी उम्र में ही पेले को खर्च चलाने के लिए छोटे-मोटे काम करने पड़े।

हालाँकि फुटबॉल का शुरूआती कौशल इन्हें अपने पिता से ही मिला, लेकिन आधिकारिक रूप से इनके फुटबॉल की शुरुआत हुई साल 1956 में। उसके पहले पेले स्थानीय टीमों के लिए खेला करते थे। यहीं एक खेल के दौरान इन्हें उस समय के फुटबॉल स्टार डी ब्रेटो ने देखा। डी ब्रेटो इनके खेल से प्रभावित हो गए और उन्हें सैंटोस एफसी क्लब में शामिल कर लिया। जल्द ही पेले टॉप स्कोरर बन गए और उन्हें ब्राज़ील की राष्ट्रीय टीम में जगह मिल गयी। इसके बाद साल 1957 में अर्जेंटीना के ख़िलाफ़ इन्होंने पहला अंतर्राष्ट्रीय गोल किया, हालाँकि ब्राज़ील यह मैच हार गयी थी, लेकिन फुटबॉल की दुनिया में फुटबॉल के शहंशाह ने अपने कदम मज़बूत कर लिया था। पेले एकमात्र खिलाड़ी थे जो ब्राज़ील द्वारा जीते गए तीनों विश्व कप में शामिल थे। पेले को ब्राज़ील के लोग नेशनल हीरो जैसा सम्मान और प्रेम देते हैं।

साल 1958 के फुटबॉल वर्ल्ड कप में इन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़े और 4 मैचों में 6 गोल किये। यह वर्ल्डकप ब्राज़ील ने जीता था। साल 1970 में उन्होंने अपना आखिरी वर्ल्डकप खेला था। ब्राज़ील की इस जीत में उन्होंने रिकॉर्ड गोल किये थे। आधिकारिक तौर पर उन्होंने 1 अक्टूबर 1977 को कॉसमॉस और सैंटोस के बीच एक प्रदर्शनी मैच खेला था। साल 1956 से 1977 तक पेले ने फुटबॉल में अद्भुत रिकॉर्ड बनाये। अनेक पुरस्कारों और उपलब्धियों के अलावा पेले को साल 1999 में 'सदी के फुटबॉल' खिलाड़ी के रूप में चुना गया था।