Year Ender 2022 Series : राजव्यवस्था वार्षिकी 2022

तमाम यादों के साथ साल 2022 ख़त्म हो चुका है। नया साल 2023, नई उम्मीद और नई आशाओं के साथ शुरू हो रहा है। लेकिन अगर साल 2022 के पन्नों को पलट कर देखेंगे, तो कई ऐसी घटनाएं हुईं हैं जिनका जुड़ाव हमारे आपके जीवन से कहीं न कहीं ज़रूर रहा।

Analysing the Relevance of the Rajya Sabha

राष्ट्रपति चुनाव

देश का 16वां राष्ट्रपति चुनाव जुलाई 2022 में संपन्न हुआ। इस चुनाव में NDA की प्रत्याशी द्रौपदी मूर्मु और विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी थे। इस चुनाव में कुल वोटर्स 4809 थे। चुनाव में द्रौपदी मूर्मु को 2824 वोट मिले जबकि यशवंत सिन्हा को 1877 वोट मिले थे। द्रौपदी मूर्मु को कुल 64 फीसदी वोट प्राप्त हुए और उन्हें देश की 15वीं राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त हुआ। 25 जुलाई 2022 को द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली। द्रौपदी मूर्मु भारत की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 52 के तहत भारत में राष्ट्रपति पद का प्रावधान किया गया है। भारत में राष्ट्रपति पद का चुनाव अप्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली के द्वारा होता है।

उपराष्ट्रपति चुनाव

अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए। यह चुनाव NDA प्रत्याशी जगदीप धनखड़ और संयुक्त विपक्ष की प्रत्याशी मार्गरेट अल्वा के बीच हुआ। इस चुनाव में जगदीप धनखड़ को 74.37% वोट प्राप्त हुए और मार्गरेट अल्वा को 25.63% वोट प्राप्त हुए। जगदीप धनखड़ 346 वोटों के अंतर से मार्गरेट अल्वा से जीत गए और देश के 14वें उपराष्ट्रपति बने। राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मु ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। आपको बता दें कि उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन अध्यक्ष होते हैं और उनका कार्यकाल 5 वर्ष के लिए होता है। अनुच्छेद 63 में भारत के उपराष्ट्रपति पद की बात कही गयी है।

राज्य विधान सभा चुनाव

साल 2022 में चुनाव की शुरुआत हुई गोवा विधानसभा चुनाव के साथ। गोवा विधानसभा की 40 सीटों के लिए फरवरी 2022 में चुनाव संपन्न हुए। 20 सीटों पर विजय के साथ भाजपा यहाँ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। भाजपा ने अन्य निर्दलीय दलों के साथ गठबंधन बनाकर गोवा में अपनी सरकार बना ली। अब बात करते हैं अगले चुनाव की। अगला विधानसभा चुनाव हुआ पंजाब में हुआ जहां बड़े उलटफेर के साथ आम आदमी पार्टी ने 117 में से 92 सीटें जीतकर सरकार बनाई। पंजाब के अलावा इसी दौरान उत्तराखंड में भी चुनाव हुए जहाँ भाजपा ने 70 में से 47 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर फिर से सरकार बना ली। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भी विधानसभा चुनाव हुए। यहाँ भी 60 विधानसभा सीटों में से 32 सीटें जीतकर भाजपा ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनायी। इसके बाद चुनाव हुए सबसे अधिक विधानसभा सीट वाले राज्य यानी उत्तर प्रदेश में। यहाँ 403 सीटों में से 255 सीटें जीतकर भाजपा ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई। यहाँ 10 फरवरी 2022 से 7 मार्च 2022 तक सात चरणों में चुनाव संपन्न हुए। नवंबर 2022 में हिमाचल प्रदेश में 68 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव हुए जहाँ 40 सीटें जीतकर कांग्रेस ने बहुमत प्राप्त किया। दिसंबर 2022 में गुजरात में विधानसभा चुनाव हुए जिसमें भाजपा ने 182 सीटों में से 156 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया।

महाराष्ट्र और बिहार में सत्ता परिवर्तन

महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की कुर्सी उस समय छिन गयी जब एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 से अधिक विधायकों ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी। इन बागी विधायकों ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली और एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन गए। वहीं अगर बिहार की बात करें तो बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन समाप्त कर राजद से हाथ मिला लिया।

नूपुर शर्मा विवाद

बीते साल भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की मोहम्मद साहब पर की गयी टिप्पणी को लेकर पूरी दुनिया में बवाल मच गया था। उनके इस बयान को लेकर कई मुस्लिम देशों ने नाराज़गी जताई और उनके खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन हुए। उनकी इस टिप्पणी से बढे विवादों की वजह से भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया।

PFI पर बैन

PFI यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया एक इस्लामिक संगठन है, जिसकी स्थापना 22 नवंबर 2006 को की गयी थी। इस संगठन पर नूपुर शर्मा विवाद के बाद से लगातार धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाया जा रहा है। इसके अलावा भी इस संगठन पर कई तरह के आरोप हैं। इसलिए नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी इस संगठन के ऊपर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के तहत कार्रवाई कर रही है।

कर्नाटक हिजाब विवाद

कर्नाटक के उडुपी में 6 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने की वजह से क्लास में बैठने से रोक दिया गया था। इसके खिलाफ इन मुस्लिम छात्राओं ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। उनका कहना है कि हिजाब पहनने से रोकना अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 25 के तहत उनके मौलिक अधिकार का हनन है। जबकि कॉलेज मैनेजमेंट का कहना है कि कॉलेज की यूनिफार्म पॉलिसी में बदलाव के कारण उन छात्रों को रोका गया था। इस मुद्दे को लेकर भी देश में कई जगह प्रदर्शन किया गया।

ज्ञानवापी मस्जिद केस

वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर माँ श्रृंगार गौरी के पूजा के मुद्दे को लेकर एक याचिका दायर की गयी थी। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि मस्जिद परिसर में माँ श्रृंगार गौरी मंदिर है और हिन्दू देवी-देवताओं की प्रतिमाएं हैं जिनकी पूजा की अनुमति के लिए कुछ महिलाओं ने याचिका दायर की थी। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया ने तीन दिन तक मस्जिद का सर्वे किया जिसमे मस्जिद के तहखाने में शिवलिंग होने की बात कही गयी हैं हालाँकि मुस्लिम पक्ष इसे फव्वारा बता रहे हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव

अक्टूबर 2022 में देश की 137 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव हुआ। यह चुनाव कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच हुआ। इस चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे 7897 वोटों से जीत गए। आपको बता दें कि 24 साल बाद गांधी परिवार से इतर कोई नेता कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं।

चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ

देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत की दुर्घटना में मृत्यु के बाद सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को देश का दूसरा चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया है। 31 दिसंबर 2019 को इस पद का सृजन किया गया था। CDS 'चीफ ऑफ़ स्टाफ कमेटी' के स्थाई अध्यक्ष के रूप में काम करता है। इसके अलावा चड़स तीनों सेनाओं के प्रमुखों को निर्देश भी दे सकते हैं।

न्यू एबॉर्शन लॉ

सुप्रीम कोर्ट ने भारत में एबॉर्शन को लेकर कानून में परिवर्तन किया है। - भारत में अबॉर्शन को लेकर 1971 से कानून है जिसके अनुसार प्रेग्नेंसी के 20 हफ्ते तक अबॉर्शन कराया जा सकता था, लेकिन 2021 में इस कानून में संशोधन किया गया और इस समय सीमा को 20 हफ्ते से बढ़ाकर 24 हफ्ते कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महिला का मैरिटल स्टेटस कुछ भी हो लेकिन वो मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ़ प्रेग्नेंसी (MTP) एक्ट के तहत प्रेग्नेंसी के 24 हफ्ते तक एबॉर्शन कराने की हकदार होती है।