क्या होता है बम साइक्लोन? (What is a bomb cyclone?) : डेली करेंट अफेयर्स

25 दिसंबर से 1 जनवरी तक सड़कें, बिल्डिंग्स, मॉल सभी जगहों को लाइट्स से सजाया जाता है। क्रिसमस के त्यौहार पर लोग क्रिसमस ट्री लाते हैं उसे रंग बिरंगी लाइट्स से सजाते हैं। क्रिसमस से लेकर नए साल के आने तक लगभग दुनिया के हर शहर जगमगाते रहते हैं, लेकिन इस साल अमेरिका के आधे से ज़्यादा लोगों ने 'सफ़ेद आफत' के कारण क्रिसमस अँधेरे में मनाया। इस सफ़ेद आफत का नाम है बम साइक्लोन। इस साइक्लोन के वजह से शिकागो समेत अमेरिका के कई शहरों के तापमान में अप्रत्याशित रूप से गिरावट हुई है और कई इलाकों में विद्युत् सेवा भी बाधित हो गई है, जिससे आधे से ज़्यादा अमेरिकी लोगों को अँधेरे में ही क्रिसमस मनाना पड़ा। अमेरिका के 48 से अधिक राज्यों में खतरनाक अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हज़ारों उड़ानों को भी रद्द कर दिया गया है।

दरअसल बम चक्रवात एक मौसम सम्बन्धी घटना होती है। यह घटना तब घटती है जब वायुदाब एकाएक नीचे गिर जाता है जिससे आंधी, बर्फबारी और तेज़ बारिश के हालात बन जाते हैं। जब तेजी से दो वायु राशियों के बीच दाबांतर बढ़ने लगता है तो इस प्रक्रिया को बॉम्बोजेनेसिस कहते हैं। इस प्रक्रिया के तहत वायुदाब 24 घंटे के अंदर 24 मिलीबार या उससे अधिक स्तर तक नीचे गिर जाता है और 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से बर्फीली हवाएं चलने लगती हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, वायुदाब की यह स्थिति तब बनती है जब गर्म हवा का द्रव्यमान ठंडी हवा के द्रव्यमान से टकराता है,जिससे भारी बारिश और हिमपात लाने वाला डिप्रेशन बन जाता है। ये चक्रवात आमतौर पर सर्दियों के महीने में आते हैं और भारी तबाही मचाते हैं।

CNN में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 1980 के दशक में प्रकाशित एक मौसम सम्बन्धी शोध पत्र में इस शब्द का उल्लेख किया गया था। इस शोध पत्र में सबसे पहले इन तेजी से गहराने वाले तूफानों को परिभाषित किया गया था। आपको बता दें कि बम साइक्लोन ज़्यादातर टेम्परेट जोन और फ़्रिजिड ज़ोन में आते हैं। ये चक्रवात उत्तर-पश्चिमी अटलांटिक, उत्तर-पश्चिमी प्रशांत और कभी-कभी भूमध्य सागर के ऊपर बनते हैं। इस चक्रवात से अमेरिका, यूरोप और एशियाई क्षेत्र प्रभावित होते हैं।

प्रभावित क्षेत्रों में अचानक तापमान के गिर जाने से भीषण हिमपात होता है और बर्फीली हवाएं चलती हैं जिससे ठण्ड बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है और कई लोगों की इस भीषण ठण्ड से मृत्यु भी हो जाती है। बम चक्रवात एक मौसमी आपदा है जिसकी वजह से विद्युत् जैसी मूलभूत सुविधाएँ भी बाधित हो जाती हैं और यातायात पूरी तरह से ठप हो जाता है। लेकिन जब वायुदाब के बीच का अंतर धीरे-धीरे कम होने लगता है तो यह तूफ़ान धीमा पड़ जाता है और धीरे-धीरे स्थितियां सामान्य होने लगती हैं।